जल क्या है? जल के स्रोत,उपयोग,विलक्षण महत्त्व एवं गुण CTET, TET
जल क्या है? What is water
जल अथवा पानी एक रासायनिक पदार्थ है | इसका निर्माण हाइड्रोजन के दो परमाणु ,ऑक्सीजन के एक परमाणु के मिलने से होता है| इसका रासायनिक सूत्र H2O है | जल एक ऐसा रासायनिक पदार्थ है जो तीनो अवस्थों में ढोस(बर्फ) , द्रव्य(पानी) , गैस(भाप) पाया जाता है |
जल को विभिन्न भाषाओं में अलग-अलग नाम
से जाना जाता है जैसे-
- अंग्रेजी भाषा में-वाटर
- लैटिन भाषा में-एक्वा
- हिन्दी भाषा में-जल
- संस्कृत भाषा में-अम्बु
- फ़ारसी भाषा में-आब
जल
के
स्रोत
Resorces
of Water
पृथ्वी पर सामान्यतः जल तीन अवस्थाओं में पाया जाता है ढोस,द्रव तथा गैस , ढोस के रूप में यह पहाड़ों पर, द्रव के रूप में नदी,झील,समुन्द्र तथा पृथ्वी के अन्दर, गैसीय अवस्था में यह जलवाष्प तथा बादल के रूप में पाया जाता है|
पृथ्वी का लगभग 71% भाग जल से घिरा है जो अधिकतर महासागरों तथा बड़े जलाशयों में पाया जाता है| इसके अतरिक्त भूमिगत जल 1.6% तथा जलवाष्प और बादल के रूप में 0.001% पाया जाता है |
इस प्रकार स्रोत के आधार पर जल की प्रतिशत मात्रा को निम्न प्रकार देख सकते है-
स्रोत के आधार पर जल की प्रतिशत मात्रा
स्रोत |
जल का प्रतिशत |
महासागरों में |
97.2 |
समुन्द्र तथा खारी झीलों में |
0.008 |
ग्लेशियर तथा ध्रुओं पर बर्फ के रूप में |
2.15 |
भूमिगत |
0.625 |
नदियों तथा मीठे जल की झीलों में |
0.0091 |
वायुमण्डल में |
0.001 |
अन्य भण्डार |
0.0069 |
जल
के
उपयोग (Use of Water)
- जल का उपयोग सामान्यतः विभिन्न कार्यों के लिये किया जाता है -
- जल प्रकृति का सबसे उत्तम विलायक है जिसमे जीव तंत्रों के अधिकांश पदार्थ घुले रहते है।
- जल शरीर की प्रत्येक कोशिका व अंगों के निर्माण का कार्य करता है।
- शरीर के सभी तरल पदार्थों जैसे-पाचकरस, रक्त, मूत्र,पसीना आदि का निर्माण जल द्वारा होता है।
- भोजन के पाचन,अवशोषण तथा उत्सर्जन आदि में जल महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- जल शरीर के विभिन्न पदार्थों के परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- यह शरीर के ताप को स्थिर बनाये रखने मदद करता है।
- रक्त का 80% भाग जल होता है।
- जल संसाधनों का कुल उपलब्ध जल का 44% भाग सिचाई कार्यों में प्रयुक्त किया जाता है।
- औद्योगिक कारखानों के संचालन के लिये जल का प्रयोग किया जाता है।
- मत्स्य उत्पादन में जल का प्रयोग किया जाता है।
- शक्ति संसाधनों के रूप में जल का प्रयोग किया जाता है।
प्रतिदिन के लिये आवश्यक जल की मात्रा प्रति व्यक्ति
आवश्यकता
प्रति व्यक्ति प्रतिदिन |
जल
की मात्रा (लीटर में) |
पीने के लिये |
3 |
खाना बनाने के लिये
|
5 |
स्नान के लिये |
15 |
बर्तन तथा घर की धुलाई लिये |
7 |
शौच के लिये |
10 |
कुल आवश्यकता |
40 |
जल
का विलक्षण महत्व एवं गुण (Importance of
water)
- जल एक योगिक है जो ढोस, द्रव्य तथा जैसी तीनो अवस्थाओं में पाया जाता है।
- जल का घनत्व 40c पर सर्वाधिक।
- हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन के संयोग से बनता है इसका सूत्र H2O होता है।
- जल का हिमांक 00c तथा क्वथनांक 1000 C होता है।
- शुद्ध जल रंगहीन, स्वादहीन तथा गन्धहीन होता है।
- जल एक अच्छा
विलायक है।
उत्तर-
- जल प्रकृति का सबसे उत्तम विलायक है जिसमे जीव तंत्रों के अधिकांश पदार्थ घुले रहते है।
- जल शरीर की प्रत्येक कोशिका व अंगों के निर्माण का कार्य करता है।
- शरीर के सभी तरल पदार्थों जैसे-पाचक रस, रक्त, मूत्र,पसीना आदि का निर्माण जल द्वारा होता है।
- भोजन के पाचन,अवशोषण तथा उत्सर्जन आदि में जल महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- जल शरीर के विभिन्न पदार्थों के परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- यह शरीर के ताप को स्थिर बनाये रखने मदद करता है।
- रक्त का 80% भाग जल होता है।
प्रश्न जल संसाधन के क्या उपयोग है
उत्तर -जल संसाधन का उपयोग मनुष्य तथा पशुओं के द्वारा पीने के अलावा कृषि में, औद्योगिक कारखानों में, बिजली उत्पादन में मछली पालन आदि में किया जाता है।
प्रश्न जल के कितने प्रकार होते है ?
उत्तर- जल की तीन अवस्थाएँ होती है। ठोस(बर्फ), द्रव्य(पानी), गैस(वाष्प)
प्रश्न जल संसाधन के प्रमुख स्रोत क्या है ?
उत्तर- जल संसाधन के प्रमुख स्रोत बारिस का पानी,नदियाँ, तालाब पोखरे, झीले आदि है
प्रश्न पानी के कोई तीन गुण बताइये
उत्तर
- द्रव्य स्थान घेरता है
- द्रव्य में आयतन,भार एवं आयतन होता है
- द्रव्य के किन्ही दो अणुओं के बीच आकर्षण बल कार्य करता है
प्रश्न जल के भौतिक गुण क्या है?
उत्तर-
- जल सामान्य ताप और दाब पर फीका एवं बिना गंध वाला तरल पदार्थ है
- जल पारदर्शी पदार्थ होता है इसीलिए जलीय पौधे इसमें जीवित रह सकते है
इन्हे
भी पढ़े👇
JOIN
OUR OFFICIAL SOCIAL PLATE FORM |
|
FACEBOOK
PAGES |
|
FACEBOOK
GROUPS |
|
Instagram
Page |
|
Twitter
Page |
|
WHATSAPP
GROUP LINKS |
|
OUR WEBSITES LINKS |
|
0 Comments