माइट्रोकाण्ड्रिया तथा इसके कार्य, चित्र, खोज
प्रश्न-माइट्रोकांड्रिया से आप क्या समझते हैं?
उत्तर-माइट्रोकाण्ड्रिया
*कोशिका का पावर हॉउस
*कोशिका का बिजली घर
*ऊर्जा गृह
प्रश्न-माइटोकांड्रिया की खोज कौन किया था?
उत्तर-माइट्रोकाण्ड्रिया की खोज कब और किसने की -
*सर्वप्रथम खोज-
कोलिकर
द्वारा
1880 में
*कोशिका में स्थित का वर्णन- अल्टमान द्वारा
*बॉयोप्लास्ट नाम- अल्टमान द्वारा
*बॉयोप्लास्ट को माइट्रोकाण्ड्रिया नाम दिया- बेण्डा ने 1897 में
"यूकैरियोटिक कोशिकाओं के कोशिका द्रव्य में अनेक शूक्षम गोलाकार, सूत्री संरचनाएं पायी जाती है इन्हे माइट्रोकाण्ड्रिया कहते है" तथा इसके अंदर अंगुली के सामान धसी संरचनाओं को क्रिस्टी कहते है तथा अर्ध तरल पदार्थ से भरी गुहा मैट्रिक्स कहलाती है |
प्रश्न-माइट्रोकाण्ड्रिया की संरचना चित्र सहित समझाइये
उत्तर-यह
आकृति में गोल अथवा कणिकामय के रूप में होते है और यह दोहरी पर्त वाली भित्ति की बनी
एक संरचना होती है जिसकी मोटाई 60 A० से कम तथा दोनों कलाये अत्यन्त लचीली होती है इसमें पाये जाने वाले उभारों को क्रिस्टी कहा जाता है इन्ही उभारों के कारण यह भीतरी कक्ष में अनेक छोटे खानों में विभाजित होता है इस भीतरी कला पर पाये जाने वाले कणो को ऑक्सीसोम कहा जाता है जिनका प्रमुख कार्य श्व्सन क्रिया के प्रमुख भाग इलेक्ट्रॉन के स्थानान्तरण में भाग लेना है|
माइट्रोकाण्ड्रिया के प्रत्येक कक्ष में एक प्रोटीन युक्त अर्द्धतरल द्रव्य भरा रहता है इस तरल पदार्थ को मैट्रिक्स कहते है इस मैट्रिक्स में अनेक तरह के एन्जाइम भरे रहते है जो शवसन क्रिया में सहयोग करते है इसके अलावा इस मैट्रिक्स में राइबोसोम बिखरे रहते है तथा प्रोटीन कोलायडी अवस्था में पाया जाता है|
नोट- मैट्रिक्स मुख्य रूप से एन्जाइम से भरे होते है जो न्यूक्लिक अम्ल तथा राइबोसोम होते है तथा माइट्रोकाण्ड्रिया का अपना DNA, राइबोसोम होते है |
प्रश्न-माइटोकांड्रिया के कोई तीन कार्य लिखिये
उत्तर-माइट्रोकाण्ड्रिया के कार्य
- माइट्रोकाण्ड्रिया का मुख्य कार्य ATP का निर्माण करना है |
- माइट्रोकाण्ड्रिया कोशिका के अंदर होने वाले ऑक्सी श्वसन का स्थल है जहाँ मुख्यतः कार्बोहाइड्रेट तथा वसा के ऑक्सीकरण के द्वारा ऊर्जा उत्पन्न होती है |C6 H12 O6 +6 O2 ............6CO2 + 6H2O + ऊर्जा
- इस उत्पादित ऊर्जा को माइट्रोकाण्ड्रिया में ही एडिनोसिन डाई-फास्फेट(ADP) में एकत्रित करके एडिनोसिन ट्राई-फास्फेट का निर्माण किया जाता है |
- इसके बाद ATP यहाँ से निकल कर कोशिका में पहुँचता है और ADP में बदल जाता है तथा ऊर्जा को आवश्यक कार्यों के लिए देता है |
- इसका प्रयोग कोशिका की विभिन्न क्रियाओं को संपन्न करने में होता है |
- ऊर्जा मुक्त करने के कारण माइट्रोकाण्ड्रिया को कोशिका का ऊर्जा गृह कहा जाता है |
- ATP को ऊर्जा का सिक्का कहा जाता है|
महत्वपूर्ण प्रश्न/उत्तर
उत्तर-
- कोशिका का पावर हॉउस
- कोशिका का बिजली घर
- ऊर्जा गृह
- उपर्युक्त सभी
प्रश्न2
माइट्रोकाण्ड्रिया को बायोप्लास्ट नाम किसने दिया ?
उत्तर-अल्टमान ने
प्रश्न 3 बायोप्लास्ट को माइट्रोकाण्ड्रिया नाम किसने दिया ?
उत्तर-बेण्डा द्वारा
प्रश्न4
माइट्रोकाण्ड्रिया का मुख्य कार्य है?
उत्तर-ATP का निर्माण करना
प्रश्न 5 माइट्रोकाण्ड्रिया को ऊर्जा का गृह क्यों कहा जाता है ?
उत्तर- ऊर्जा मुक्त करने के कारण माइट्रोकाण्ड्रिया को ऊर्जा का गृह कहा जाता है
प्रश्न 6 निम्न को बातये?
उत्तर-
- ऊर्जा का गृह-माइट्रोकाण्ड्रिया
- ऊर्जा का सिक्का-ATP
प्रश्न 7 निम्न का विस्तार कीजिये ?
उत्तर-
- ATP- एडिनोसिन ट्राई फास्फेट
- ADP- एडिनोसिन डाई फास्फेट
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