वृत क्या है ? इसकी परिधि, व्यास, जीवा, त्रिज्या को समझाइए |

प्रश्न - वृत क्या है ?

उत्तर-  वृत किसी बिन्दु से एक निश्चित दुरी पर चारो और का भाग वृत कहलाता है |


किसी भी वृत मे निम्न बिन्दु अर्थात भाग पाये जाते है |

1 वृत का केन्द्र,वृत की परिधि, वृत की जीवा,वृत का व्यास,वृत की त्रिज्या, वृत खण्ड

 

प्रश्न -  संलग्न चित्र की सहायता से निम्न को ज्ञात करे-

1 केन्द्र

जीवा

3 व्यास                                                                 

त्रिज्या

स्पर्श रेखा

छेदक रेखा


व्रत किसे कहते हैं

                                वृत क्या है ? इसकी परिधिव्यासजीवात्रिज्या को समझाइए | 

 

उत्तर-  

1    केन्द्र-O

2    जीवा-LM

3    व्यास-AB

4    त्रिज्या-OA तथा OB

5    स्पर्श रेखा-बिन्दु R से गुजरने वाली रेखा

6    छेदक रेखा-PQ

 

 

इन सभी बिन्दुओ को निम्न प्रकार से परिभाषित कर सकते है |

वृत का केन्द्र-

वृत के मध्य में स्थित बिन्दु को वृत का केन्द्र कहते है | (संलग्न चित्र में देखे बिन्दु O )

 

वृत की परिधि-

वृत के परिमाप को वृत की परिधि कहते है | (संलग्न चित्र में देखे )

 वृत की परिधि=π x व्यास

 वृत की परिधि=π x 2 x  त्रिज्या (r)

 वृत की परिधि=π2r

 

वृत की जीवा -

वृत के दो बिन्दुओं को मिलाने वाले रेखा खण्ड को वृत की जीवा कहते है | (संलग्न चित्र में देखे बिन्दु-LM )

 

वृत का व्यास-

ऐसी जीवा जो वृत के केन्द्र से होकर निकले वृत का व्यास कहलाती है | (संलग्न चित्र में देखे बिन्दु-AB )

    व्यास =2 x त्रिज्या

 

वृत की त्रिज्या-

वृत के केन्द्र से वृत के परिधि के बीच की दुरी को वृत की त्रिज्या कहते है | (संलग्न चित्र में देखे बिन्दु-OA तथा OB)

 

वृत खण्ड -

किसी भी वृत की जीवा उसे दो भगो में बाटती है इन दो भागो मे से प्रत्येक को वृत खण्ड कहते है | प्राप्त दोनों भागो में से छोटे भाग को लघुवृत खण्ड तथा बड़े भाग को दीर्घ वृतखण्ड कहते है |

नोट-वृत किसे कहते है तथा इसके विभिन्न सूत्रों के बारे में जानने के लिए भाग1 देखे |


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